Monday, November 21, 2016

इस वजह से 2000 के नये नोट को अमान्य घोषित करने की मांग!

नई दिल्ली: मद्रास हाई कोर्ट ने आज केंद्र सरकार से पूछा है कि किस अधिकार के तहत उन्होंने 2000 के नोट पर देवनागिरी का इस्तेमाल किया? हजार के नए नोट में देवनागरी लिपि के प्रयोग की संवैधानिक वैधता को चुनौती दी गई है. मद्रास हाईकोर्ट की मदुरै पीठ में एक जनहित याचिका लगाई गई है, जिसमें दावा किया गया है कि यह लिपि अनुच्छेद 343 (1) के विपरीत है. दरअसल मद्रास हाई कोर्ट के मदुरै बेंच में केपीटी गणेशन, जो कि मदुरै के निवासी है उन्होंने जनहित याचिका दायर की.
जनहित याचिका की सुनवाई के दौरान इस मुद्दे पर अब वित्त मंत्रालय से जवाब भी मांगा गया है. याचिकाकर्ता ने अदालत में कहा कि संविधान के अनुच्छेद 343 के अनुसार राजकीय प्रयोजनों के लिए भारतीय अंकों में अंतरराष्ट्रीय फॉर्म का ही प्रयोग हो सकता है. जबकि राजभाषा अधिनियम 1965 के तहत देवनागिरी अंक के उपयोग का कोई प्रावधान नहीं है.
याचिकाकर्ता ने अदालत को बताया कि देवनागरी अंकों के उपयोग भारतीय संविधान के खिलाफ है और इसे अमान्य घोषित किया जाए. याचिकाकर्ता ने या भी दलील दी कि राजभाषा अधिनियम, जो 1963 में अधिनियमित किया गया था उसमे अंकों के देवनागरी रूप का उपयोग के लिए कोई प्रावधान नहीं है. यहां तक कि राष्ट्रपति ने भी इसकी इज़ाज़त नहीं दी है.
गणेशन के वकील ने अदालत में कहा कि केंद्र सरकार ने इसके लिए न तो कोई कानून पारित किया ऐसे में 2000 के नोट को अमान्य घोषित किया जाये.
8 नवम्बर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 और 1000 रूपये के नोटों के विमुद्रीकरण की घोषणा की थी और नए 500 और 2000 के नोटों की घोषणा की थी.
इस याचिका की सुनवाई करते हुए मद्रास हाई कोर्ट की मदुरै बेंच ने वित्त मंत्रालय से इसका जवाब मांगा है.

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नोटबंदी का विरोध करने वाले राष्ट्रद्रोही हैं: बाबा रामदेव

नई दिल्ली: नोटबंदी पर विपक्ष मोदी सरकार के विरोध में खड़ा है. आम लोगों को हो रही दिक्कत के आधार पर विपक्ष सरकार की जमकर आलोचना कर रहा है, लेकिन मोदी को योग गुरू बाबा रामदेव का बड़ा साथ मिला है. रामदेव ने कहा कि नोटबंदी का विरोध करने वाले राष्ट्रविरोधी हैं. बाबा रामदेव ने कहा कि नोटबंदी से सस्ते ब्याज दर पर लोन मिलेगा.
आपको बता दें कि नोटबंदी के 13वें दिन भी बैंक और एटीएम के बाहर भीड़ है और आम लोगों को नकदी रुपये की दिक्कत है. मोदी का बचाव करते हुए बाबा रामदेव ने कहा, ‘मोदी ने राष्ट्रहित में जो काम किया है उसमें संत समाज मोदी के साथ है. जो नोट बंदी का विरोध कर रहा है वो हमारे लिए राष्ट्रद्रोह जैसा है.बाबा रामदेव का दावा है कि नोटबंदी से आतंकवाद और नक्सलवाद पर सबसे बड़ा प्रहार हुआ है. 
इसकी फंडिंग बंद हो गई है. मोदी के फैसले को जायज़ ठहराते हुए कहा कि व्यक्ति नहीं बदला तो नोट बदलने का फैसला किया गया. रामदेव ने उम्मीद जताई कि जो लोग हेराफेरी कर रहे हैं वे बख्शे नहीं जाएंगे. इसके साथ ही उन्होंने मांग की कि जिन बैंकों ने एक दिन में 100-100 करोड़ जमा किए हैं, उनकी भी जांच हो. उन्होंने कहा किनकली नोट से निपटने के लिए नोटबंदी के अलावा कोई और तरीका नहीं था. इससे ब्याज दरें भी कम होंगी. इसके साथ ही जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर ने भी कहा कि सबको थोड़ा धैर्य रखना होगा और मोदी का साथ देना होगा.



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देश के सबसे लंबे 'आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे' पर एयरफोर्स के जेट प्लेन ने भरी उड़ान

उन्नाव: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट ‘आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे’ का एसपी प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने लोकार्पण किया. वायुसेना के विमानों के उड़ान और लैंडिंग के लिये भी उपयुक्त लगभग 302 किलोमीटर लम्बा यह एक्सप्रेस-वे जरूरत पड़ने पर हवाई पट्टी के तौर पर भी काम करेगा. देश के इस सबसे लंबे छह लेन के एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन अवसर पर भारतीय वायुसेना के सुखोई समेत अत्याधुनिक विमानों ने इस सड़क से उड़ान भरी.
302 किलोमीटर लम्बे एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण
एसपी प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने 302 किलोमीटर लम्बे इस एक्सप्रेस-वे के लोकार्पण अवसर पर इस प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों की जमकर तारीफ की और कहा कि चार साल में बनने वाला यह एक्सप्रेस-वे इन अफसरों की मेहनत की बदौलत मात्र दो साल में ही बनकर तैयार हो गया. इसके लिये मुख्यमंत्री के साथ-साथ अधिकारी भी बधाई के पात्र हैं.
22 महीने का समय देकर रखी गयी थी आधारशिला
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जब एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास करने की बात आयी थी, तो उन्होंने पूछा था कि यह सड़क कितने साल में बनेगी, जब इसके लिये चार साल का समय मांगा गया तो उन्होंने शिलान्यास से इनकार कर दिया था. बाद में 22 महीने का समय देकर आधारशिला रखी गयी थी. उसी का परिणाम है कि चार साल में बनने वाली सड़क दो साल में बन गयी.
उन्होंने कहा कि प्रदेश के अधिकारियों में समय से पहले काम पूरा करा देने की क्षमता है. वह मुख्यमंत्री के साथ-साथ उनके अनेक सहयोगी अधिकारियों को भी धन्यवाद देते हैं. पहले दिल्ली जाने में 12-14 घंटे लगते थे, अब ढाई-तीन घंटे में पहुंच जाएंगे. यह जनता के लिये बहुत सुविधाजनक होगा.
लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे देश के लिये एक शानदार मिसाल
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस अवसर पर कहा कि लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे देश के लिये एक शानदार मिसाल बनेगा. इतना बड़ा एक्सप्रेसवे किसी अन्य प्रदेश के पास नहीं है. समाजवादी लोग चुनाव में इन कामों को लेकर जनता के बीच जाएंगे.
अखिलेश ने कहा कि जब सड़कें बनती हैं तो साथ-साथ विकास भी चलता है. यह सड़क दिल्ली और लखनऊ जैसी राजधानियों को जोड़ेगी. इसके किनारे उद्योग, पेट्रोल पंप और मंडियां होंगी. आगामी चुनाव के बाद प्रदेश में फिर समाजवादी सरकार बनने पर इस एक्सप्रेस-वे को लखनऊ से आगे गाजीपुर और बलिया तक रिकॉर्ड समय में बनाया जाएगा. यह प्रदेश के एक कोने से दूसरे कोने को जोड़ने का काम करेगा.
वायु सेना के अधिकारियों को भी धन्यवाद
उन्होंने इस मौके पर वायु सेना के अधिकारियों को भी धन्यवाद दिया और कहा कि यह देश की पहली सड़क है जहां कोई भी हवाई जहाज उतर और उड़ान भी भर सकता है. इसके लिये वह एयर मार्शल एस. बी. पी. सिन्हा समेत तमाम वायुसेना अधिकारियों को धन्यवाद देते हैं.
मुख्यमंत्री ने पिछले दिनों एक सड़क हादसे में घायल हुए वरिष्ठ आईएएस अधिकारी नवनीत सहगल को याद करते हुए कहा, ‘‘जिस अधिकारी ने इस एक्सप्रेस-वे के काम की लगातार निगरानी की, वह इस वक्त हमारे साथ नहीं हैं. वह ठीक हैं लेकिन अभी हमारे बीच नहीं है.’’ उन्होंने इस हाइवे पर 100 किलोमीटर प्रतिघंटे से ज्यादा की रफ्तार से गाड़ी ना चलाने की हिदायत दोहरायी.
अभी तो मुद्दा 500 और 1000 रूपये के नोट
अखिलेश ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा ‘‘अभी तो मुद्दा 500 और हजार रूपये के नोट का है. ये चमत्कारी लोग हैं, आगे जाने और क्या मुद्दा ले आएं. उनके पास गिनाने और दिखाने का कोई काम नहीं है.’’
एसपी के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने इस अवसर पर कहा कि यह अभूतपूर्व उद्घाटन समारोह है, क्योंकि यहां सुखोई और मिराज जैसे आठ फाइटर प्लेन उतरेंगे और उड़ान भरेंगे. उन्होंने कहा कि युद्ध में आमतौर पर दुश्मन हवाई पट्टी पर हमले करते हैं. यह ऐसा एक्सप्रेसवे है जिसका इस्तेमाल सिर्फ आवागमन के लिये ही नहीं होगा बल्कि जरूरत पड़ने पर यह हवाई पट्टी के तौर पर भी काम आयेगा.
शिवपाल और आजम ने दी अखिलेश को बधाई
रामगोपाल ने कहा कि मुख्यमंत्री को नेताजी (मुलायम) का आशीर्वाद मिला है. जब अखिलेश दोबारा मुख्यमंत्री बनेंगे तो नेताजी के हाथ इस एक्सप्रेस-वे का बलिया तक का हिस्सा भी लोकार्पित कराया जाएगा. तो वहीं एसपी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव और सरकार के सीनियर कैबिनेट मिनिस्टर आजम खान ने भी इस एक्सप्रेस-वे के लोकार्पण के लिये मुख्यमंत्री और उनकी सरकार को बधाई दी.
इससे पहले, शिवपाल ने रामगोपाल यादव के पैर छुए. अनुशासनहीनता के आरोप में पिछले महीने एसपी से निकाले गये रामगोपाल की हाल ही में पार्टी में वापसी हुई है. उनके निष्कासन की घोषणा शिवपाल ने ही की थी.

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ट्रेन हादसा: यहां देखें कानपुर के अस्पतालों में भर्ती घायलों की पूरी लिस्ट

नई दिल्ली: यूपी के कानपुर के पास पुखरायां में सुबह 3.30 बजे बड़ा ट्रेन हादसा हुआ है. पटना-इंदौर एक्सप्रेस के 14 डिब्बे पटरी से उतरे गए. हादसा बेहद भीषण था.
ताजा जानकारी के मुताबिक हादसे में अब तक 97 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. 200 से ज्यादा लोग जख्मी बताए जा रहे हैं. घायलों को अलग अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. रेलवे और उत्तर प्रदेश सरकार ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं.
मौके पर राहत और बचाव का काम बेहद तेजी से जारी है. एनडीआरएफ की कई टीमें मौके पर मौजूद हैं. राहत बचाव कार्य में सेना की भी मदद ली जा रही है. रेस्क्यू ऑपरेशन पर निगरानी के लिए रेलवे और यूपी प्रसाशन के कई बड़े अधिकारी भी मौके पर मौजूद हैं.
यहां देखें घायलों की लिस्ट
हैलट अस्पताल, कानपुर नगर में भर्ती घायलों की लिस्ट


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एक-दूसरे के खातों में जमा किया काला धन तो होगी 7 साल की कैद: आयकर विभाग

नई दिल्ली: आयकर विभाग ने अपनी अघोषित राशि दूसरों के बैंक खातों में जमा करवाने वालों को आगाह किया है. विभाग ने इस मामले में नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ बेनामी लेनदेन कानून के तहत आरोप लगाने का फैसला किया है जिसमें जुर्माना व अधिकतम सात साल की कैद की सजा हो सकती है.
50 करोड़ रुपए की नकदी जब्त
इस बीच आधिकारिक सूत्रों ने कहा है कि विभाग ने 8 नवंबर के बाद उसने अप्रचलित नोटों के संदिग्ध इस्तेमाल को लेकर 80 से अधिक सर्वे और लगभग 30 तलाशियां ली जिनमें 200 करोड़ रुपए से अधिक की अघोषित आय पकड़ी गई. इस तरह की कार्रवाई में 50 करोड़ रुपए की नकदी भी जब्त की गई है.
सरकार ने 500 और 1000 रुपए के मौजूदा नोटों को चलन से बाहर करने की घोषणा 8 नवंबर को की थी. कर अधिकारियों ने इस तारीख के बाद बैंक खातों में भारी नकदी जमा कराए जाने के मामलों की पड़ताल के तहत देश भर में अभियान चलाया है.
कानून 1988 के तहत की जाएगी कार्रवाई
अधिकारियों का कहना है कि ऐसे मामलों में संदेह सही पाए जाने पर बेनामी संपत्ति लेनदेन कानून 1988 के तहत कार्रवाई की जाएगी. यह कानून चल व अचल, दोनों संपत्तियों पर लागू होता है. इस कानून के तहत राशि जमा कराने वाले व जिसके खाते में जमा हुई, दोनों को पकड़ा जा सकता है.
सीबीडीटी ने आयकर विभाग को निगरानी रखने के लिए कहा
सूत्रों ने कहा,‘ सीबीडीटी ने आयकर विभाग से कहा है कि वह उन मामलों पर कड़ी निगरानी रखे जिनमें 500 और 1000 रुपए के पुराने मुद्रा नोटों का इस्तेमाल करते हुए अपने कालेधन को वैध बनाने और छुपाने के लिए दूसरों के बैंक खातों के इस्तेमाल का संदेह हो.’
उन्होंने कहा,‘ इस संबंध में कुछ मामले पहले ही सामने आए हैं और विभाग बेनामी कानून के तहत नोटिस जारी करेगा.’ उन्होंने कहा कि शुरू में उन मामलों में नोटिस जारी किए जाएंगे जिनमें 2.50 लाख रुपए की सीमा से अधिक बड़ी राशि में धन जमा कराया गया हो. लेकिन इससे कम राशि वाले उन मामलों की भी जांच होगी जिनमें बैंक या वित्तीय आसूचना इकाई संदिग्ध लेनदेन की शिकायत करेंगे.’

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इलाज ना मिलने से बच्ची की मौत, अस्पताल ने पुराने नोट लेने से इनकार किया!

पुणेमहाराष्ट्र के  पुणे में एक अस्पताल के जिम्मेदाराना हरकत की वजह से नवजात की जान चली गई. पुणे के मशहूर म्युनिसिपैलिटी हॉस्पिटल रूबी हॉल क्लिनिक का दावा है कि यहां बेहतर से बेहतर इलाज की सुविधा है और यहां आनेवाले नई जिंदगी लेकर वापस जाते हैं. लेकिन अब आरोप है कि इसी अस्पताल की वजह से एक मासूम की जान चली गई.
शुक्रवार को पुणे के केईएम अस्पताल में आम्रपाली खुंटे नाम की एक महिला ने बेटी को जन्म दिया था. पैदा होते ही बच्ची को सांस लेने में तकलीफ होने लगी. केईएम अस्पताल के डॉक्टरों ने जरूरी सुविधा के अभाव में बच्ची को रूबी हॉल क्लिनिक ले जाने के लिए कहा.
इसके बाद परिवार ने रूबी हॉल क्लिनिक से संपर्क किया. ऑपरेशन का खर्च साढ़े तीन लाख रुपए बताया गया.  खुंटे परिवार के पास नए नोट नहीं थे. लिहाजा इन्होंने एक लाख रुपये के पुराने नोट और बाकी के पैसे चेक से अदा करने की बात कही, लेकिन अस्पताल नहीं माना.
खुंटे परिवार सुबह दस बजे से लेकर शाम छह बजे तक रूबी हॉल क्लिनिक के सामने अपनी बच्ची को बचाने की गुहार लगाता रहा है लेकिन अस्पताल नए नोट को बिना इलाज के लिए तैयार नहीं हुआ. आखिरकार कुछ घंटे के बाद ही बच्ची की मौत हो गई.
अब जब रुबी हॉल क्लिनिक से बच्ची की मौत पर सवाल पूछा जा रहा है तो अस्पताल के डायरेक्टर उच्च आदर्शों की दुहाई दे रहे हैं. ऐसा नहीं है नोटबंदी के बाद इलाज से इनकार करने की ये पहली घटना है. देश के कोने-कोने से रोज ऐसी खबरें आ रही हैं. ऐसे में जरूरी है कि सरकार ऐसे अस्पतालों पर सख्त कार्रवाई करे ताकि और किसी घर में किलकारियां गूंजने से पहले ही मातम पसर जाए.

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नोटबंदी: जहांगीरपुरी में ATM के बाहर लाइन में लगे लोगों से मिलने पहुंचे राहुल

नई दिल्ली: दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में आज सुबह-सुबह कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी एटीएम के बाहर लाइन में लगे लोगों से मिलने पहुंच गए. नोटबंदी का आज तेरहवां दिन है.
रविवार की छुट्टी के बाद आज बैंक खुलेंगे. लाइन कम होने के आसार कम हैं. इस बीच कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज सुबह दिल्ली के जहांगीरपुरी में एटीएम के बाहर लाइन में लगे लोगों की समस्याएं सुनीं. राहुल इससे पहले खुद भी लाइन में लगकर बैंक से पैसे निकाल चुके हैं. बता दें कि 11 नवंबर को राहुल गांधी संसद मार्ग स्थित एसबीआई बैंक पहुंचे थे और लाइन में खड़े होकर नोट बदले थे.
पंट्रोल पंप-दुकानों में लगी स्वाइप मशीन से ले सकते है कैश
रविवार की छुट्टी के बाद आज देशभर में सभी बैंक खुलेंगे. आज एक बार फिर से पुराने नोट बदलने का काम शुरू होगा. एटीएम, पंट्रोल पंप और दुकानों में लगी स्वाइप मशीन से भी आप कैश ले सकते हैं. हालांकि हालात अब भी जस के तस बने हुए हैं. रविवार को भी देशभर में एटीएम के आगे लंबी-लंबी कतारें लगीं.
नोटबंदी पर संसद में हंगामे के आसार
दूसरी तरफ, नोटबंदी को लेकर आज भी संसद के दोनों सदनों में भी हंगामे के आसार हैं. सत्ता और विपक्ष दोनों ने अपने सदस्यों को सदन में मौजूद रहने को कहा है. संसद की कार्यवाही से पहले विपक्षी दलों ने अपनी रणनीति तय करने के लिए एक बैठक भी बुलाई है. विपक्ष चाहता है को प्रधानमंत्री को सदन में बुलाकर उनसे नोटबंदी पर तर्क किया जाए लेकिन सरकार और बीजेपी फिलहाल इसके लिए तैयार नहीं दिख रही.

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कानपुर रेल हादसा: मरने वालों की संख्या 130 पहुंची, अब भी बोगियों से निकाले जा रहे हैं शव

कानपुर: उत्तर प्रदेश में कानपुर में हादसे का शिकार हुई इंदौर-पटना एक्सप्रेस के 30 घंटे बीत जाने के बाद भी राहत काम पूरा नहीं हो पाया है. अब भी बोगियों से शव निकाले जा रहे हैं. इस भीषण हादसे में मरने वालों की संख्या अब तक 130 पहुंच गई है, जबकि 200 लोग जख्मी हैं, जिन्हें नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.
आपको बता दें कि इंदौर से पटना जा रही इंदौर-राजेन्द्र नगर एक्सप्रेस रविवार को तड़के तीन बजे तब दुर्घटनाग्रस्त हो गई जब लोग गहरी नींद में थे.
ताज़ा जानकारी के मुताबिक एनडीआरएफ की टीम ने बताया कि अभी भी लोग ट्रेन के अंदर फंसे हुए हैं जिन्हें बाहर निकालने का काम किया जा रहा है. कानपुर के पुखरायां में रात भर बचाव और राहत अभियान चला. हालांकि रात में किसी भी यात्री के जिंदा निकालने की खबर नहीं है.
ये हादसा इतना भयानक था कि ट्रेन के 14 डिब्बे पटरी से उतरे गए. कई डिब्बे एक दूसरे पर चढ़ गए. उनके परखच्चे उड़ गए. इस हादसे में एसी के 5, स्लीपर के 6, जनरल के दो और लगैज के एक डब्बे को नुकसान पहुंचा है. सबसे ज्यादा नुकसान S-2 बोगी को हुआ है.
हर तरफ सदमा
अब तक 130 शव मिले हैं. यूपी पुलिस, सेना और एनडीआरएफ के जवानों ने मिलकर राहत और बचाव के कार्य को अंजाम दिया. इस घटना के बाद राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और दूसरे बड़े नेताओं ने अफसोस जताया है.
स्पेशल ट्रेन पहुंची पटना
इंदौर पटना एक्सप्रेस हादसे के बाद कल देर रात स्पेशल ट्रेन घायलों और बाकी दूसरे यात्रियों को लेकर पटना पहुंची. करीब साढ़े तीन सौ य़ात्री पटना जंक्शन पर स्पेशल ट्रेन के जरिए पहुंचे.
हादसे की जांच के आदेश
रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने दुर्घटना की जांच के आदेश दिये हैं. प्रभु ने ट्वीट किया, ‘‘इस दुर्घटना के बाद राहत कार्य संचालित किए जा रहे हैं. मेडिकल और अन्य मदद पहुंचाई गई है. जांच के आदेश दिए गए हैं.’’
मृतकों के परिवार वालों और घायलों के लिए मुआवजे का ऐलान
रेल मंत्रालय ने दुर्घटना में हताहत हुए लोगों के लिए मुआवजे का ऐलान किया है. मृतकों के परिजनों के लिए 3.5 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों के लिए 50 हजार और साधारण रूप से घायलों के लिए 20 हजार रुपये मुआवजे का ऐलान किया है. इसके साथ ही पीएम राहत कोष से मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये और गंभीर रुप ये घायलों को 50 हजार रुपये मुआवजे का ऐलान किया है.
उत्तर प्रदेश सरकार ने मृतकों को 5 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायलों को 50 हजार रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया. मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी मृतक के परिजनों को 2 लाख और गंभीर रूप से घायलों को 50,000 रुपये मुआवजे का ऐलान किया है.
ट्रैक फ्रैक्टर हो सकता है हादसे की वजह: रेलवे सूत्र
हादसे के शुरूआती आकलन में इस डिरेलमेंट की वजह ट्रैक फ्रैक्चर को माना जा रहा है, जिसको पहले डिटेक्ट नहीं किया जा सका. सर्दियों में अक्सर इस तरह की शिकायतें आती है. इसलिए ट्रैक मैन ट्रेन गुजरने के पहले पटरी की जांच करता है. रेलवे सूत्रों के मुताबिक चूक जांच में रह सकती है. हालाकिं CRS यानि कमिश्नर रेलवे सेफ्टी की जाँच रिपोर्ट के बाद ही हादसे की असली वजह सामने आएगी. हादसे की जांच जारी है.
रेलमंत्री ने दिए जांच के आदेश
हादसे में स्लीपर के 6 और एसी के 3 कोच सबसे ज्यादा दुर्घटनाग्रस्त हुए हैं. खबरों के मुताबिक सबसे ज्यादा मौतें s 1 और s 3 कोच में हुईं हैं. रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने दुर्घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं. रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा दुर्घटना स्थल के रवाना हो चुके हैं. रेलवे ने हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश भी दे दिए हैं. इसके साथ ही रेलवे की तरफ से हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने घटना पर दुख जताया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हादसे पर दुख जताया है. पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, ”पटना इंदौर एक्सप्रेस दुर्घटना में इतने लोगों की मृत्य दुखद है. मैंने रेलमंत्री सुरेश प्रभु से बात की है. वे खुद घटना पर नजर बनाए हुए हैं.”
अखिलेश यादव भी घटना पर नजर बनाए हुए हैं
यूपी के सीएम अखिलेश यादव ने कानपुर ट्रेन हादसे पर डीजीपी से बातचीत करके राहत कार्य पर नजर रखने के लिए कहा है. जिस जगह हादसा हुआ वहां के आसपास के गांव के लोग भी मदद के लिए आगे आए हैं.
इसके साथ ही अखिलेश यादव ने ट्वीट कर बताया कि डीजीपी से बात कर हादसे में घायल लोगों को ले जा रही एंबुलेंस के लिए ट्रैफिक रूट को साफ करने के लिए कहा गया है. हादसे पर सीएम अखिलेश यादव ने अधिकारियों के साथ बैठक कर किसी भी तरह की लापरवाही ना बरतने के आदेश दिए हैं.
रेलवे ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर



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